
भाजपा से पैसे लेने वाले धर्मेन्द्र राठौड़ के बयान पर राजस्थान पुलिस को जांच करनी चाहिए। क्योंकि सचिन पायलट के साथ दिल्ली जाने वाले विधायकों में से अब कई मंत्री भी हैं। पुष्कर में आरोपी दे रहा है प्रशासन और पुलिस को निर्देश। सीएम गहलोत 1 नवंबर को आएंगे।

राजस्थान पर्यटन विकास निगम (आरटीडीसी) के अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़ ने कहा है कि जुलाई 2020 में कांग्रेस के जो विधायक दिल्ली गए थे, वो दिल्ली में भाजपा सरकार की गोदी में बैठ गए। इन्होंने ने पैसे लिए और गहलोत सरकार को गिराने की कोशिश की। राठौड़ ने यह बात पायलट समर्थक विधायक राम निवास गवाडिय़ा के ताजा बयान पर कही। गवाडिय़ा ने कहा कि जूते चप्पल उठा कर धर्मेन्द्र राठौड़ आरटीडीसी के चेयरमैन बन गए हैं, जबकि हम जैसे लोग चुनाव जीत कर जनता के प्रतिनिधि बनते हैं। गवाडिय़ा का बयान अपनी जगह है, लेकिन राठौड़ का बयन बहुत मायने रखता है। यह पहला अवसर है, जब गहलोत कैम्प से खुला आरोप लगाया गया है। अब पैसे लेने की बात घूमा फिरा कर कही गई, लेकिन राठौड़ ने तो पैसे लेने का सीधा आरोप लगा दिया है। जुलाई 2020 में दिल्ली जाने वाले कांग्रेस विधायकों ने यदि भाजपा से पैसा लिया है तो यह बहुत ही गंभीर बात है। गंभीरता इसलिए भी है कि दिल्ली जाने वाले 19 विधायकों में से तीन सरकार में मंत्री है तथा कुछ विधायक आयोग आदि का अध्यक्ष बन कर राज्य मंत्री की सुविधा ले रहे हैं।
पायलट के नेतृत्व में जब 19 विधायक दिल्ली गए थे, तब जयपुर में पुलिस ने इन विधायकों पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर लिया था। यह मुकदमा अभी विचाराधीन है। अब इस मुकदमे में धर्मेंद्र राठौड़ से भी पूछताछ होनी चाहिए क्योंकि उनके पास पैसे लेने के सबूत हैं। यदि सबूत नहीं होते तो राठौड़ सार्वजनिक तौर पर ऐसा बयान नहीं देते। सब जानते हैं कि धर्मेन्द्र राठौड़ इस समय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सबसे भरोसेमंद नेता हैं। 25 सितंबर को भी जब मंत्री शांति धारीवाल के निवास पर कांग्रेस विधायकों की समांतर बैठे हुई तो धर्मेन्द्र राठौड़ ने ही विधायकों को एकत्रित करने का कार्य किया। इससे राठौड़ की मुख्यमंत्री के साथ निकटता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
आरोपी के निर्देश-
अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पुष्कर मेले के शुभारंभ पर 1 नवंबर को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी आएंगे। गहलोत पुष्कर सरोवर के घाटों पर सवा लाख दीपदान के कार्यक्रम में भी भाग लेंगे। सीएम के दौरे की तैयारियों के लिए जिला और पुलिस प्रशासन के बड़े अधिकारी पुष्कर का लगातार दौरा कर रहे है। इसी क्रम में 30 अक्टूबर को जब पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने तैयारियों का जायजा लिया तो कांग्रेस के नेता वेदनाथ पाराशर ने आवश्यक निर्देश दिए। पाराशर ने अधिकारियों को बताया कि सीएम के स्वागत की तैयारियां किस प्रकार से की जाए। जानकार सूत्रों के अनुसार प्रशासन वेदनाथ पाराशर को इसलिए महत्व दे रहा है कि आरटीडीसी के चेयरमैन धर्मेन्द्र राठौड़ ने पाराशर के बारे में अधिकारियों को निर्देश दिए रखे हैं। राठौड़ जब पुष्कर आते हं तब पाराशर साथ रहते है। पाराशर को पुष्कर में राठौड़ का प्रतिनिधि ही माना जाता है। जानकार सूत्रों के अनुसार पिछले दिनों नगर पालिका के ईओ अभिषेक गहलोत के साथ मारपीट की जो घटना हुई उसमें वेदनाथ पाराशर भी आरोपी है। कायदे से तो पुष्कर पुलिस को पाराशर की तलाश है, लेकिन इसे प्रशासन और पुलिस की मजबूरी ही कहा जाएगा कि अब पाराशर के निर्देशों पर ही अमल करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री की यात्रा को लेकर पाराशर की भूमिका पुष्कर में आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है।