कृषि मंत्री ने यूपी एग्रो के अधिकारियों की उदासीन कार्यशैली पर जताई नाराजगी। अनशन कर रहे कृषि प्राविधिकों की पदोन्नति तत्काल की जाय।
अजय सिंह
लखनऊ। प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कृषि विभाग तथा यूपी एग्रो के अधिकारियों के साथ बैठक कर कृषि प्राविधिकों की पदोन्नति के लंबित कार्य को तत्काल पूरा करने, किसानों को कृषि संबंधी उपकरण तथा जिप्सम समय पर उपलब्ध न कराने वाले यूपी एग्रो के लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए। कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही द्वारा आज सचिवालय स्थित अपने कार्यालय में जिम्मेदार विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि अनशन कर रहे कृषि प्राविधिकों की पदोन्नति के लंबित कार्य को तत्काल पूरा किया जाय।
उन्होंने इस कार्य में विलंब के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को कड़ी फटकार भी लगाई। यूपी एग्रो के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक कर उनके कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से किसानों तक जिप्सम की पहुंच तथा कृषि यंत्रों की बिक्री के संबंध में अद्यतन स्थिति की जानकारी जुटाई। असंतोषजनक उत्तर मिलने पर उन्होंने अधिकारियों को लापरवाही बरतने पर छंटनी करने, वेतन रोकने तथा निलंबित करने की भी चेतावनी दी।
सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि पशु चारे को उच्च गुणवत्ता के साथ निजी कंपनियों की भांति प्रतिस्पर्धी मूल्य पर बाजार में बेचना चाहिए। किसानों तक पहुंच रहे जिप्सम की सैंपल टेस्टिंग न होने पर भी उन्होंने सख्त नाराजगी जाहिर की। उन्होंने निर्देश दिए कि गुणवत्ता जांच के बाद ही जिप्सम को किसानों तक पहुंचाया जाय। उन्होंने यूपी एग्रो के अधिकारियों की उदासीन कार्यशैली पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि 1 सप्ताह के भीतर प्रभावी कार्ययोजना प्रस्तुत करें। बैठक के दौरान उपस्थित कृषि राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख ने कहा कि अधिकारियों का दायित्व है कि यूपी एग्रो पर किसानों के विश्वास को पुन: कायम किया जाय।