- कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए सामाजिक दूरी तथा फर्नीचर आदि के सैनेटाइजेशन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ।
- बी.एड-2021 की प्रवेश परीक्षा, टीजीटी एवं पीजीटी परीक्षा को सुचिता पूर्ण, पारदर्शी एवं नकल विहीन परीक्षा संपादित कराई जाए।
- किसी भी परीक्षा केंद्र से परीक्षा की शुचिता प्रभावित नहीं होनी चाहिए, अनियमितता पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा ने उत्तर प्रदेश संयुक्त प्रवेश परीक्षा बी.एड-2021 को सुचितापूर्ण, पारदर्शी एवं नकल विहीन संपन्न कराए जाने के संबंध में आज यहां योजना भवन में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी कुलपति गण, मंडलायुक्त, जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी, संयुक्त शिक्षा निदेशक माध्यमिक तथा जिला विद्यालय निरीक्षको को दिशा निर्देश दिए।
उप मुख्यमंत्री डॉ0 दिनेश शर्मा ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि बी एड 2021 की प्रवेश परीक्षा के साथ-साथ चयन बोर्ड द्वारा 07 एवं 08 अगस्त को प्रस्तावित टीजीटी परीक्षा तथा 17 एवं 18 अगस्त को प्रस्तावित पीजीटी की परीक्षा को शूचिता पूर्ण, पारदर्शी एवं नकल विहीन परीक्षा संपादित कराई जाए। जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि किसी भी परीक्षा केंद्र से परीक्षा की शुचिता से संबंधित अप्रिय घटना नहीं होनी चाहिए, परीक्षा केंद्र पर अनियमितता पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए।उन्होंने निर्देश दिया कि वर्तमान में कोविड-19 के कारण बदली हुई परिस्थितियों में सामाजिक दूरी तथा फर्नीचर आदि के सैनेटाइजेशन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। जनपद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी से समन्वय बनाकर कोविड-19 से संबंधित स्वास्थ्य सुविधाओं की समुचित व्यवस्था भी करा ली जाए।
योजना भवन,लखनऊ में उत्तर प्रदेश संयुक्त प्रवेश परीक्षा (बीएड) की तैयारी के संबंध में माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों, तथा अपर मुख्य सचिव गृह के साथ बैठक कर परीक्षा को नकल विहीन एवं शुचितापूर्ण कराने हेतु निर्देशित किया।
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने संयुक्त प्रवेश परीक्षा बी एड-2021 तथा आगामी समय में अन्य आयोगों द्वारा आयोजित की जाने वाली विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं को शुचिता पूर्ण, पारदर्शी एवं नकल विहीन संपन्न कराए जाने के संबंध में व्यापक निर्देश दिए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि असामाजिक तत्वों तथा संवेदनशील परीक्षा केंद्रों का चिन्हीकरण कर लिया जाए और उन पर विशेष निगरानी रखी जाए। परीक्षाओं के आयोजन के संबंध में किसी भी प्रकार की लापरवाही या अनियमितता की शिकायत पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ तत्काल कार्यवाही की जाएगी।समीक्षा बैठक में कुलपति लखनऊ विश्वविद्यालय आलोक कुमार राय, अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा मोनिका गर्ग, अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार, प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा सुभाष चंद्र शर्मा, एडीजी एसटीएफ सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।