

डीआईजी का निर्देश बुलंदशहर जेल अधीक्षक के ठेंगे पर! आला अफसरों के निर्देश के बाद भी थम नहीं रही जेल में अवैध वसूली। बंदियों के उत्पीड़न के साथ सुविधाओं के दामों में हुई बेतहाशा बढ़ोत्तरी। मुफ्त में होने वाली मुलाकात के लिए वसूले जा रहे प्रति व्यक्ति 30 रुपए। कैंटीन 24 लाख प्रतिमाह और मशक्कत 2600 की जगह 3600 रुपए हुई।
लखनऊ। कारागार विभाग के आला अफसरों की फटकार के बाद भी बुलंदशहर जेल में जेल अधीक्षक की अराजकता और अवैध वसूली थमने का नाम नहीं ले रही है। जेल में मशक्कत के नाम पर पूर्व में 26 सौ की जगह अब 36 सौ रुपए प्रति बंदी वसूल किया जा रहा है। बेलगाम अधीक्षक के निर्देश के बाद मुफ्त में होने वाली मुलाकात के लिए बंदियों के परिजनों से प्रति व्यक्ति 30 रुपए पर्ची के नाम पर वसूल किए जा रहे है। ऐसा तब किया जा रहा है जब परिक्षेत्र के डीआईजी ने जांच के दौरान मातहत अधिकारियों को जेल में हो रहे उत्पीड़न को रोके जाने का निर्देश दिया। इस निर्देश के बाद सुविधाओं के दामों में कमी होने के बजाए बेतहाशा बढ़ोत्तरी जरूर कर दी गई है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बुलंदशहर जेल में जेल अधीक्षक के बंदियों के साथ अधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों का उत्पीड़न किए जाने की लगातार शिकायतें मिल रही थी। शिकायतों को संज्ञान में लेते हुए विभाग के मुखिया डीजी जेल ने मामले की जांच मेरठ परिक्षेत्र के डीआईजी को सौंपकर रिपोर्ट प्रस्तुत किए जाने का निर्देश दिया। इस निर्देश के बाद बीते सप्ताह परिक्षेत्र डीआईजी ने बुलंदशहर जेल पहुंचकर मामले की विस्तृत जांच की।
बताया गया है कि जेल पहुंचे जांच अधिकारी ने मातहत अधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों के साथ बैठक कर बंदियों और सुरक्षाकर्मियों का उत्पीड़न रोकने और बंदियों से की जा रही अवैध वसूली पर अंकुश लगाए जाने का निर्देश दिया। इस निर्देश के बाद भी जेल में स्थिति जस की तस बनी हुई है।
सूत्रों का कहना है कि जेल में बंदियों के राशन में बेतहाशा कटौती करके बंदियों को घटिया भोजन परोसा जा रहा है। कटौती के राशन की खपत कैंटीन में की जा रही है। सूत्रों की माने तो पूर्व में कैंटीन का जो ठेका 20 से 22 लाख रुपए उठ रहा था। उसे बढ़ाकर 24 लाख रुपए कर दिया गया है। जेल की कैंटीन अधीक्षक की कमाई का जरिया बनकर रह गई। कैंटीन में अनाप शनाप दामों में खानपान की वस्तुएं बेचकर अधिकारी अपनी जेब भरने में जुटे हुए है। यही नहीं बंदियों के परिजनों की मुफ्त में होने वाली मुलाकात के लिए भी 30 रुपए प्रति व्यक्ति वसूल किया जा रहा है।
सूत्र बताते हैं कि पूर्व में बंदियों से मशक्कत के लिए प्रति व्यक्ति 2600 रुपए वसूल किए जा रहे थे उसे बढ़ाकर 3600 रुपए कर दिया गया है। जेल में सुरक्षाकर्मियों की कमाऊ जगहों कैंटीन, मुलाहिजा, हवालात, मुलाकात में ड्यूटी लगाने के लिए भी मोटी रकम वसूल की जा रही है। उधर इस संबंध में जब प्रमुख सचिव कारागार अनिल गर्ग से बात करने का प्रयास किया गया तो उनके निजी सचिव ने साहब के व्यस्त होने की बात कहकर बात कराने से इनकार कर दिया।
अवैध वसूली पर जेल अधीक्षक ने साधी चुप्पी
बुलंदशहर जेल में अधिकारियों, सुरक्षाकर्मियों के उत्पीड़न और बंदियों से की जा रही अवैध वसूली को लेकर जब जेल अधीक्षक कोमल मंगलानी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वह जेल की बिगड़ी व्यवस्था को सुधारने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने बताया कि जहां काम होगा वहां शिकायतें भी होंगी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जिन कर्मियों का कॉकस टूटा है वह आरोप तो लगाएंगे ही। जेल में राशन कटौती, मशक्कत, मुलाकात और कैंटीन में हो रही अवैध वसूली के सवाल पर उन्होंने चुप्पी साध ली। परिक्षेत्र डीआईजी के जांच करने के लिए आने के सवाल पर उन्होंने बताया कि वह निर्माणाधीन उच्च सुरक्षा बैरेक का निरीक्षण करने आए थे। डीआईजी का निर्देश बुलंदशहर जेल अधीक्षक के ठेंगे पर..!
























