चित्रकूट धाम में 11 फिट ऊंचे शिवलिंग पर दुग्धाभिषेक करने के लिए श्रद्धालु उमड़े। वहीं शिवरात्रि के पर्व पर अजमेर में नौसर माता मंदिर परिसर में गौरीश्वर देवालय का प्रतिष्ठापन हुआ।श्रद्धालुओं के लिए जल और दुग्ध की निःशुल्क व्यवस्था चित्रकूट धाम की ओर से की गई है।11 फिट ऊंचे शिवलिंग पर दुग्धाभिषेक के लिए विशेष सीढ़ियां निर्मित की गई है। इस शिवलिंग का धार्मिक महत्व इसलिए भी है कि हनुमानजी की चमत्कारिक प्रतिमा भी स्थापित है।
एस0 पी0 मित्तल
01 मार्च को शिवरात्रि के पर्व पर पुष्कर के सुप्रसिद्ध चित्रकूट धाम स्थित 11 फिट ऊंचे शिवलिंग पर दुग्धाभिषेक करने के लिए दिनभर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। 11 फिट ऊंचे शिवलिंग पर दुग्धाभिषेक करने के लिए मंदिर परिसर में विशेष सीढिय़ों का इंतजाम किया गया। अजमेर शहर भी बढ़ी संख्या में श्रद्धालु चित्रकूट धाम पहुंचे। धाम के उपासक पाठक जी महाराज सान्निध्य में सायं छह बजे भस्म में आरती का आयोजन भी किया जा रहा है। पाठक जी महाराज स्वयं शिवलिंग पर भस्म अर्पित करेंगे। महाराज ने बताया कि जैविक खेती के उत्पादों से ही राख भस्म तैयार की जाती है जो मनुष्य के लिए हानिकारक नहीं होती। चित्रकूट धाम में श्रद्धालुओं का प्रवेश नि:शुल्क रखा गया है। शिवरात्रि के अवसर पर आने वाले श्रद्धालुओं को चित्रकूट धाम की ओर से प्रसाद के तौर पर फल भी वितरित किए गए। श्रद्धालुओं ने उपासक पाठक जी महाराज का आशीर्वाद भी प्राप्त किया।
गौरीश्वर देवालय का प्रतिष्ठापन-
शिवरात्रि के अवसर पर एक मार्च को अजमेर के पुष्कर घाटी स्थित ऐतिहासिक नौसर माता के मंदिर परिसर में गौरीश्वर देवालय का प्रतिष्ठापन किया गया। यह प्रतिष्ठापन अयोध्या स्थित श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के कोषाध्यक्ष और राष्ट्रीय संत गोविंद गिरी महाराज के सान्निध्य में हुआ। इस अवसर पर गोविंद गिरी महाराज ने गौरीश्वर देवालय के प्रतिष्ठापन करवाने के लिए नौसर माता मंदिर के पीठाधीश्वर रामाकृष्ण देवाश्री का आभार जताया। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में भारत की सनातन संस्कृति को मजबूत करने की जरूरत है। उन्होंने उम्मीद जताई नौसर माता मंदिर में गौरीश्वर देवालय की प्रतिष्ठा हो जाने पर श्रद्धालुओं की संख्या और बढ़ेगी। उन्होंने मंदिर परिसर में आने वाले श्रद्धालुओं की मनोकामना पूर्ण होने की भी प्रार्थना की। इस अवसर पर पीठाधीश्वर रामाकृष्ण देवाश्री ने गोविंद गिरी महाराज का स्वागत किया और कहा कि यह हमारे श्रद्धालुओं के लिए गर्व की बात है कि इतने बड़े संत मंदिर परिसर में पधारे हैं, उन्होंने बताया कि माता की नौ प्रतिमाएं पहले से ही स्थापित हैं और अब गौरीश्वर देवालय की स्थापना हो जाने के बाद मंदिर परिसर का और धार्मिक महत्व बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि यह सब मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के भक्ति भाव से संभव हुआ है। आने वाले दिनों में मंदिर परिसर को आकर्षक तरीके से विकसित किया जाएगा। नौसर माता मंदिर की गतिविधियों के बारे में और अधिक जानकारी मोबाइल 9828621920 पर पीठाधीश्वर रामाकृष्ण देवाश्री से ली जा सकती है।