उत्तर प्रदेश में 526 नए ऑक्सीजन प्लाण्ट स्थापित-मुख्यमंत्री

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मुख्यमंत्री ने जनपद गोरखपुर के गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय में भारतीय स्टेट बैंक के सहयोग से स्थापित 600 एल0पी0एम0 की क्षमता के ऑक्सीजन प्लाण्ट का लोकार्पण किया।मुख्यमंत्री ने एस0बी0आई0 की तरफ से गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय को प्रदत्त अत्याधुनिक सुविधा युक्त संजीवनी क्लिनिक ऑन व्हील तथा प्रदेश के विभिन्न जिलों में स्थित अस्पतालों के लिए पांच एम्बुलेंस को झण्डी दिखाकर रवाना किया।प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में उ0प्र0 ऑक्सीजन की आवश्यकता एवं उत्पादन के मामले में आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को हासिल कर चुका।कोरोना कालखण्ड में प्रधानमंत्री का प्रयास अत्यन्त सराहनीय रहा, पहली बार वायु सेना के विमानों से ऑक्सीजन के टैंकर आए और फिर उन टैंकरों को हॉस्पिटलों तक पहुंचाया गया, दुनिया में पहली बार ऑक्सीजन ट्रेन चलाई गई।वर्तमान में उत्तर प्रदेश में 526 नए ऑक्सीजन प्लाण्ट स्थापित।गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय में 350 से अधिक बेड, यह उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा चैैरिटी हॉस्पिटल।

गोरखपुर/लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद गोरखपुर के गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय में भारतीय स्टेट बैंक (एस0बी0आई0) के सहयोग से स्थापित 600 एल0पी0एम0 की क्षमता के ऑक्सीजन प्लाण्ट का लोकार्पण किया। इसके अलावा, उन्होंने एस0बी0आई0 की तरफ से इस चिकित्सालय को प्रदत्त अत्याधुनिक सुविधा युक्त संजीवनी क्लीनिक ऑन व्हील तथा प्रदेश के विभिन्न जिलों में स्थित अस्पतालों के लिए पांच एम्बुलेंस को झण्डी दिखाकर रवाना किया।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश ऑक्सीजन की आवश्यकता एवं उत्पादन के मामले में आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को हासिल कर चुका है। मनुष्य बिना खाए कुछ दिन जीवित रह सकता है, बिना पानी पिए भी कुछ घण्टे जीवित रह सकता है, किन्तु ऑक्सीजन के बिना जीवित रहना सम्भव नहीं है। हमारे जीवन में ऑक्सीजन का क्या महत्व है, इसका एहसास कोरोना कालखण्ड में प्रकृति ने हम सभी को करा दिया है। कोरोना कालखण्ड में प्रधानमंत्री जी का प्रयास अत्यन्त सराहनीय रहा है। पहली बार वायु सेना के विमानों से ऑक्सीजन के टैंकर आए और फिर उन टैंकरों को हॉस्पिटलों तक पहुंचाया गया। दुनिया में पहली बार ऑक्सीजन ट्रेन चलाई गई।  

उत्तर प्रदेश में कोरोना से पूर्व सिर्फ 25 ऑक्सीजन प्लाण्ट थे। अस्पतालों को अलग से लिक्विड ऑक्सीजन की आपूर्ति कराई जाती थी। कोरोना काल में ऑक्सीजन की अधिक मात्रा में आवश्यकता पड़ी। वर्तमान में उत्तर प्रदेश में 526 नए ऑक्सीजन प्लाण्ट स्थापित हो चुके हैं। गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय में 350 से अधिक बेड हैं। यह उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा चैैरिटी हॉस्पिटल है। यह पूर्वी उत्तर प्रदेश का पहला हॉस्पिटल है, जिसमें आई0सी0यू0 व डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध करायी गई है। गरीबों को आसानी से ब्लड उपलब्ध हो सके, इसके लिए यहां ब्लड बैंक व सेपरेटर यूनिट की स्थापना की गई। गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय, अपने सेवा कार्यों से नए प्रतिमान स्थापित करते हुए जन विश्वास का प्रतीक बना है। वर्तमान में आयुष्मान भारत योजना व मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना से गरीब मरीज लाभान्वित हो रहे हैं। जब यह सुविधाएं उपलब्ध नहीं थी, तब भी इस अस्पताल ने जरूरतमन्दों को चिकित्सा सुविधा मुहैया करायी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान समय में देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। यह समय इस मंथन का अवसर है कि आजादी के बाद 75 वर्षों में हमने क्या पाया है और शताब्दी वर्ष को लेकर हमारे लक्ष्य क्या होंगे, उन लक्ष्यों के प्रति हम सबको मिलकर काम करना होगा। हमारा लक्ष्य आजादी के शताब्दी वर्ष में भारत को दुनिया की सबसे बड़ी ताकत बनाने का है।मुख्यमंत्री ने गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय के लिए ऑक्सीजन प्लाण्ट देने पर भारतीय स्टेट बैंक के प्रति आभार जताते हुए कहा कि एस0बी0आई0 की सामाजिक प्रतिबद्धता सराहनीय है। 216 वर्षों से देश और अन्य देशों में वित्तीय गतिविधियों के साथ सामाजिक सरोकारों को आगे बढ़ाते हुए एस0बी0आई0 प्रतिस्पर्धा के इस युग में भी जन विश्वास का प्रतीक बना हुआ है।इस अवसर पर एस0बी0आई0 के अध्यक्ष दिनेश खारा ने कहा कि बैंक अपने सामाजिक दायित्वों को लेकर सजग रहता है। गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय में ऑक्सीजन प्लाण्ट की स्थापना हमारी सामाजिक प्रतिबद्धता की एक कड़ी है। इस सामाजिक सरोकार में मुख्यमंत्री जी का सान्निध्य मिलना सौभाग्य की बात है।इस अवसर पर एस0बी0आई0 लखनऊ मण्डल के सी0जी0एम0 अजय कुमार खन्ना, एस0बी0आई0 प्रशासनिक कार्यालय, गोरखपुर के डी0जी0एम0 संजीव कुमार, गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय के निदेशक मेजर जनरल (डॉ0) अतुल बाजपेयी, चिकित्सालय सेवा समिति के व्यवस्थापक प्रो0 यू0पी0 सिंह सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।