अयोध्या। शासन के निर्देश के क्रम में मण्डलायुक्त नवदीप रिणवा ने बताया कि आगामी 11 से 17 अगस्त, 2022 की अवधि को ‘स्वतन्त्रता सप्ताह‘ के रूप में आयोजित किया जाए यह विशेष अवसर है। स्वतन्त्रता सप्ताह के अन्तर्गत ‘हर घर तिरंगा ‘ का विशेष आयोजन किया जाए। इसमें हर प्रदेशवासी को सहभागिता के लिए प्रोत्साहित किया जाए। सभी लोग आपसी भेद-भाव मिटाकर समरस भाव से इस आयोजन से जुड़ें। 11 से 17 अगस्त तक ‘स्वतन्त्रता सप्ताह‘ के दौरान हर दिन अलग-अलग कार्यक्रम तैयार किए जाएं। पहले दिन स्कूलों में झण्डा गीतों का गायन हो। तिरंगा के सफर पर आधारित प्रदर्शनियों, पेन्टिंग व निबन्ध लेखन प्रतियोगिताएं आयोजित हों। दूसरे दिन हर गांव में पौधारोपण व नुक्कड़ नाटक कराए जाएं। एक दिन परिषदीय विद्यालयों में नन्हे-मुन्ने बच्चों की प्रभात फेरियां आयोजित हों तथा राष्ट्रभक्ति के गीत, कविताओं की प्रतियोगिताएं कराई जाएं। उनके बीच सांस्कृतिक कार्यक्रम हो, स्वतन्त्रता दिवस के दिन हर बच्चे के हाथ में राष्ट्रध्वज अवश्य हो।
स्वतन्त्रता सप्ताह की अवधि में हर सरकारी कार्यालय और शहीद स्मारक पर तिरंगे की आकर्षक लाइटिंग हों। इसी प्रकार प्रत्येक दिन के कार्यक्रम निर्धारित किए जाएं। ग्राम सचिवालयों का शहीदों व स्वतन्त्रता संग्राम सेनानियों के नाम पर नामकरण किया जाए। स्वतन्त्रता सप्ताह की अवधि में हर शहीद स्मारक पर प्रत्येक दिन कम से कम आधा घण्टा पुलिस बैण्ड द्वारा राष्ट्रभक्ति गीतों का वादन हो। स्वतन्त्रता दिवस के दिन शहीदों/स्वतन्त्रता सेनानियों के परिजनों को सम्मानित किया जाए। देश की स्वाधीनता के 75 वर्ष पूर्ण होने पर प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में विगत वर्ष 12 मार्च, 2021 को अमृत महोत्सव का शुभारम्भ हुआ। इस अभियान को हर घर लहराएगा तिरंगा, गूंजेगा ‘झण्डा ऊंचा रहे हमारा‘ स्लोगन से जोड़ा जाए। हर घर तिरंगा राष्ट्रीय गौरव का आयोजन है। सभी नागरिक इससे जुड़कर अपने फहराए तिरंगे के साथ सेल्फी लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करें। ‘हर घर तिरंगा‘ महायोजन से आमजन को जोड़ने के लिए व्यापक जागरूकता अभियान चलाया जाए। युवक मंगल दलों सहित स्वयंसेवा समूहों के माध्यम से तिरंगा स्वयंसेवक बनाए जाएंरू प्रत्येक तिरंगा स्वयंसेवक कम से कम 05 घरों को तिरंगा फहराने के लिए प्रेरित करें। इस आयोजन के प्रचार-प्रसार के लिए एनसीसी व एनएसएस तथा अन्य स्वयंसेवी संगठनों द्वारा तिरंगा यात्राएं निकाली जाएं। प्रत्येक विकास खण्ड में 75-75 पीआरडी जवान अपने गणवेश में तिरंगा लिए साइकिल रैली निकाले।
स्वतन्त्रता दिवस से एक दिन पूर्व युवक मंगल दलों द्वारा मैराथन का आयोजन हो। प्रत्येक कृषि विज्ञान केन्द्र पर न्यूनतम 75 किसानों को पौध और तिरंगे भेंट किए जाएं। आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों को अमृत महोत्सव से जोड़कर बच्चों को सस्वर राष्ट्रगीत व राष्ट्रगान याद कराए जाएं। आजादी के गुमनाम नायकों की पहचान कर उन्हें नई पीढ़ी से परिचित कराया जाए हमारी लोककथाओं व लोकगीतों में ऐसे अनेक नायकों की स्मृतियां भी जीवन्त हैं। शोधार्थियों के माध्यम से इनकी खोज, चिन्हीकरण, पहचान कराई जाए। लोगों को झण्डे आसानी से उपलब्ध कराने के लिए राशन की दुकानों, ग्राम पंचायत भवनों, जनसेवा केंद्रों, तहसील, ब्लॉक मुख्यालयों, प्राथमिक विद्यालयों, आंगनबाड़ी केन्द्रों और पेट्रोल पम्प, एलपीजी सैन्टरों, जिलों के विकास भवन, नगर निगम, नगर पालिका, अर्बन लोकल बॉडी, इडा. विकास प्राधिकरण, सिविल डिफेन्स, रेजिडेन्ट वेलफेयर सोसाइटी, निगम पार्षद, बीट कॉन्स्टेबल, शिक्षामित्र के माध्यम से भी घरों में झण्डा का वितरण कराया जाए। जागरुकता प्रसार के लिए परिवहन विभाग द्वारा प्रत्येक बस स्टैण्ड पर झण्डा फहराने की उद्घोषणा की जाए। प्रिन्ट इलैक्ट्रॉनिक व सोशल मीडिया, आकाशवाणी, दूरदर्शन के माध्यम से, स्वास्थ्य केन्द्रों, स्कूलों, उचित दर की दुकानों, पुलिस थानों, कम्युनिटी रेडियो आदि के माध्यम से लोगों को कार्यक्रम की जानकारी दी जाए। जनमानस को बताया जाए कि राष्ट्रीय ध्वज कहाँ मिलेगा, कब फहराना है, कैसे फहराना है।
स्वतन्त्रता सप्ताह की अवधि में गांव और शहर में स्वच्छता अभियान चलाया जाए और पार्कों को सजाया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि राष्ट्रध्वज संशोधित झण्डा संहिता 2021 के अनुसार ही तैयार हों। हमारा राष्ट्रध्वज हमारी ‘अस्मिता‘ तथा आन बान शान का प्रतीक है। अतः राष्ट्रध्वज संहिता के अनुरूप ध्वजारोहण में नियमों का कड़ाई से अनुपालन किया जाए। सरकारी कार्यालयों पर यथासंभव खादी निर्मित राष्ट्रध्वज ही फहराए जाने चाहिए। वरिष्ठ साहित्यकारों, लेखकों, गीतकारों को आजादी की लड़ाई. तिरंगा की यात्रा के बारे में लेख लिखने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। क्रान्ति भूमि मेरठ में प्रथम स्वाधीनता संग्राम वीथिका शाहजहांपुर में शहीद संग्रहालय, बहराइच में महाराजा सुहेलदेव स्मारक, लखनऊ में भार साहेब भीमराव अम्बेडकर सांस्कृतिक केंद्र की स्थापना ने अमृत महो अविस्मरणीय बनाया है। आगामी 19 जुलाई को बलिया में शहीद मंगल पाण्डेय की जयंती पर 23 जुलाई को उन्नाव में शहीद चंद्रशेखर आजाद जयंती समारोह 20 जुलाई को कारगिल विजय दिवस 09 अगस्त को काकोरी ट्रेन एक्शन की वर्षगांठ पर तथा 19 अगस्त को बलिया में चित्तू पाण्डेय जी के नेतृत्व में स्वतन्त्र सरकार के गठन की स्मृति में विशिष्ट आयोजन कराए जाएं। इन अवसरों पर राजकीय अभिलेखागार द्वारा अभिलेख प्रदर्शनी, विद्यालयों में प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं, राज्य ललित कला अकादमी द्वारा चित्रकला शिविर, नुक्कड़ नाटकों का आयोजन विद्यालयों में स्वच्छता अभियान आधारित कवि सम्मेलन, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की वेशभूषा में सुसज्जित बच्चों की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाय।