भाजपा के प्रभाव को कम करने के लिए किए जा रहे हैं षडयंत्र।हिन्दू धर्म के प्रतीकों से गुरेज करने वालों को भारत की संस्कृति की ताकत का हुआ एहसान।भाजपा कार्यकर्ताओं के उत्साह का करंट करेगा विपक्ष के बचे हुए जनाधार को भी धराशाई।देश को जाति धर्म में बांटने वाली ताकते फिर सक्रिय।सभी जाति धर्म एकजुट होकर देश की ताकत बने।केवल भाजपा कर सकती है उत्तर प्रदेश का नव निर्माण।
लखनऊ। उपमुख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा ने कहा कि हिन्दू धर्म के प्रतीक तिलक को लगाने और कलावा बांधने से गुरेज करने वालों को आज भारत की संस्कृति की ताकत का पता चल गया है। यह वहीं ताकतें हैं जो भगवान राम के मंदिर के स्थान पर तरह-तरह के अन्य भवन आदि बनाने की बात करते थे, आज वहीं लोग प्रभु के दर्शन के चित्र का मीडिया ट्रायल करा रहे हैं। विश्वेश्वरैया प्रेक्षागृह में भाजपा द्वारा आयोजित पिछड़ा वर्ग सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा के प्रभाव को कम करने के लिए तमाम तरह के षडयंत्र किए जा रहे हैं। ऐसी ताकते सक्रिय हो रही है जो देश को जाति और धर्म में बांटना चाहती है। भाजपा कभी भी जाति अथवा धर्म की बात नहीं करती है। पार्टी का मानना है कि सभी जाति धर्म एकजुट होकर देश की ताकत बने।
दूसरी ओर ऐसी ताकते हैं जो जाति और धर्म के आधार पर लोगों के बीच में झगडा कराकर कुर्सी पाने की हसरत रखती हैं। सम्मेलन में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, उपमुख्यमंत्री यूपी सरकार केशव प्रसाद मौर्य, भारत सरकार में मंत्री बी0 एल0 वर्मा, भारत सरकार में राज्यमंत्री एस0 पी0 सिंह बघेल, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष व कार्यक्रम संयोजक प्रकाश पाल, प्रदेश अध्यक्ष ओबीसी मोर्चा नरेन्द्र कश्यप, कार्यक्रम संयोजक राज्यमंत्री यूपी सरकार अजीत पाल, चेयरमैन पैक्स पैड सूर्य प्रकाश पाल, पूर्व सांसद प्रियंका रावत, विधायक प्रेमपाल धनगर, विधायक राजकुमार पाल, जिलाध्यक्ष रायबरेली रामदेव पाल की उपस्थिति में डा शर्मा ने कहा कि पार्टी द्वारा आयोजित यह सम्मेलन राष्ट्र निर्माण में आहूति देने का अवसर है। पाल समाज मध्यकालीन समय में सबसे शक्तिशाली समाज रहा है। 7वीं शताब्दी से लेकर 11वी शताब्दी तक इस समाज ने शक्तिशाली तरह से राज किया है।
इस समाज ने तमाम शिव एवं बौद्ध मंदिरों का निर्माण कराया। समय के साथ राष्ट्रनिर्माण में इनका योगदान लगातार बढ़ता गया है। यह राष्ट्रप्रेम की भावना रखने वाली एक बहादुर कौम है। महाराजा धर्मपाल के बाद के समय में इस समाज का वर्चस्व रहा है। समाज ने राष्ट्रप्रेम और हिन्दू धर्म के वर्चस्व को स्थापित करने के साथ ही राष्ट्रनिर्माण में आहूति दी है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश का निर्माण केवल भाजपा ही कर सकती है। इसके पूर्व की सरकारों में एक सरकार की मुखिया तो ऐसी भी थीं, जो खुद तो कुर्सी पर बैठीं पर बाकी सबको जमीन पर बिठा दिया। दलित और पिछडों के वोट से सत्ता में बैठने वालों ने टिकट ऐसे लोगों को दिया जिनके पास रुपया-पैसा, सोना-चांदी आदि था। पिछली सरकार के समय में तो ऐसा वातावरण था जिसमे हर जाति व सम्प्रदाय का शोषण हुआ। उत्तर प्रदेश को उस प्रकार के वातावरण से बचाने के लिए इन शक्तियों का एकजुट होकर सामना करने की जरूरत है। सम्मेलन स्थल पर मौजूद लोगों के हौसले को देखते हुए उन्होंने कहा कि यहां जो उत्साह का करंट दौड़ रहा है वह विपक्ष का बचा जनाधार भी समाप्त कर देगा।
विपक्ष के दल बारी-बारी से एक दूसरे के साथ गठजोड करके भाजपा के खिलाफ लड चुके हैं और हर बार उन्हंे हार का सामना करना पडा है। इस बार फिर वे अस्तित्वहीन दलों के साथ मिलकर भाजपा का मुकाबला करने चले हैं। पिछली बार तो उन्हें हार मिली थी पर इस बार उनकी बड़ी हार होनी तय है। विधानसभा चुनाव को महायज्ञ बताते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा को इस बार पिछले बार से बडी रिकॉर्ड जीत दिलाने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा। डा शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने राष्ट्रनिर्माण के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तो संत है और संत की कोई जाति नहीं होती है। वे सभी के कल्याण के लिए काम कर रहे हैं। आज भाजपा के पास एक सशक्त नेतृत्व है जो देश और प्रदेश को दिशा दे रहा है। यह बात विपक्षी दलों को पच नहीं रही है। पार्टी ने समाज के हर वर्ग को उचित प्रतिनिधित्व और सम्मान दिया है। उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े चार साल जो सरकारी भर्ती हुई है, उसमे किसी एक बिरादरी के लोगों की भर्ती नहीं हुई बल्कि इस बार समाज के हर वर्ग के लोगों को बराबर से मौका मिला है।