हिमांशु दुबे
लखनऊ। भाजपा संगठन पर्व-2024 की प्रदेश चुनाव पर्यवेक्षकों की कार्यशाला में उत्तर प्रदेश के केन्द्रीय पर्यवेक्षक और राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े ने सोमवार को कहा कि, भाजपा संगठन के विस्तार एवं वैचारिक मजबूती का आधार निष्ठापूर्वक संगठन के चुनाव में अपनाये रखना है जिससे भविष्य में आने वाली चुनौतियों का सामना किया जा सके। हमारा प्रयास रहे कि भाजपा का दर्शन, सिद्धांत एवं वैचारिक अधिष्ठान का आग्रह लोगों तक पहुंचे। भाजपा के संविधान के अनुसार नियमों के तहत आम सहमति से चुनावों में युवा वर्ग को संगठन विस्तार में अहम् भूमिका में लाया जाये। प्रदेश भाजपा मुख्यालय में आयोजित बैठक में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी, प्रदेश चुनाव अधिकारी डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय, प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमापति राम त्रिपाठी, स्वतंत्र देव सिंह, प्रदेश सह प्रभारी संजीव चौरसिया, अपील कमेटी के प्रदेश संयोजक राजेन्द्र अग्रवाल की मौजूदगी में हुई कार्यशाला में प्रदेश स्तर तक के सभी वरिष्ठ पदाधिकारी, चुनाव अधिकारी, सह चुनाव अधिकारी और मोर्चों के पदाधिकारी शामिल रहे। संचालन प्रदेश सदस्यता प्रभारी एवं प्रदेश महामंत्री गोविन्द नारायण शुक्ला ने किया। 15 दिसम्बर तक होगा भाजपा मंडल अध्यक्षों का चयन
विनोद तावड़े ने कहा कि हिंदुस्तान में एकमात्र भारतीय जनता पार्टी ऐसी पार्टी है जो 365 दिन 24 घंटे काम करती है। भाजपा केवल सत्ता प्राप्ति के लिए राजनीति नहीं करती बल्कि एकमात्र ऐसी राजनीतिक पार्टी है जो राजनीति के साथ सेवा के लिये भी जानी जाती है। हम राजनीति के साथ-साथ सामाजिक सरोकार का काम भी करते हैं। संगठन चुनाव के दौरान कार्यकर्ता की निष्ठा और उसका कमिटमेंट सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता है। हम आज सत्ता में हैं और आगे भी सत्ता में रहे। इसलिए संगठन के विस्तार में पार्टी की विचारधारा के अनुरूप कार्यकर्ताओं को प्रेरित करके आगे लाना चाहिये। सभी समाज के सभी वर्गों के साथ-साथ महिलाओं को भी प्रतिनिधित्व देने का पूरा प्रयास करना है। संगठन विस्तार के साथ-साथ क्षेत्र के सामाजिक-राजनीतिक स्थितियों का विश्लेषण करते हुये लीडरशिप को सामने लेकर आना है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि, संगठन पर्व के पहले चरण में हमने जिलों में कार्यशालायें की इसके बाद मण्डल स्तर पर कार्यशालायें आयोजित की गईं। कार्यशालाओं के सफल संचालन के उपरांत बूथों पर संगठनात्मक बैठकें करके हम संगठन चुनाव को गति के साथ आगे बढ़ा रहे हैं। आज के बाद संगठन के चुनावों की धुरी मण्डल और उसके बाद जिला सतर पर रहेगी। मण्डल कार्य का संगठनात्मक आधार है। मण्डल की सक्रियता के कारण जिला, बूथ और शक्तिकेन्द्र के स्तर पर कार्य अच्छा हो जाता है। मण्डल स्तर के चुनावों के लिए एक कार्ययोजना तय है जिसके बारे मंे आप सभी को बताया जायेगा कि क्या और कैसे करना है। अगर हम सभी पार्टी के सिद्धातों और नियमों के अनुरूप मिलकर कार्य करेंगे तो मुझको विश्वास है कि, मण्डल के चुनाव भी सफलता के साथ अगले 15 दिनों में सपन्न हो जायेेंगे। चुनाव निर्विरोध एवं निर्वाध संपन्न हो इसके लिए आपस में टीम भावना के साथ बैठकर मिलकर एक सहमति के आधार पर कार्य करना है।
प्रदेश चुनाव अधिकारी डॉ. महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने कार्यशाला के उद्देश्य के बारे में बताते हुये बताया कि, 5 दिसंबर तक सभी बूथ कमिटियां गठित कर ली जाएंगी। आज तक 98000 बूथ समितियों का निर्वाचन संपन्न किया जा चुका है। सभी संगठनात्मक 98 जिलों में जिला चुनाव अधिकारी, मण्डल चुनाव अधिकारी एवं शक्तिकेन्द्र चुनाव अधिकारी कार्य कर रहे हैं। प्रदेश में अपील कमेटी गठित कर ली गई है एवं पर्यवेक्षकों के नाम तय किये जा चुके हैं। जिनको 3 से 4 जिला का कार्य सौंपा गया है। संगठन पर्व के दूसरे चरण के लिए अब तक 63 जिलों की जिला कार्यशालायें पूरी हो गईं हैं। जिलों की कार्यशालाओं के साथ ही मण्डल की बैठकें भी आरंभ है। 10 दिसंबर तक मण्डल गठन के बारे में आरंभिक विचार आदि के लिए जिला चुनाव अधिकारी एवं सह चुनाव अधिकारी प्रवास कर रहे हैं। 15 दिसंबर तक सभी 1918 मण्डलों के संगठन चुनाव सपन्न करा लिये जायेंगे। इसके बाद 16 दिसम्बर से 30 दिसंबर के मध्य सभी 98 संगठनात्मक जिलों का चुनाव पूरा किया जायेगा।
बैठक में तय किया गया कि सभी बूथ कमिटियों का गठन 05 दिसम्बर तक पूरा कर लिया जाए। बैठक में सभी चुनाव अधिकारियों और सह चुनाव अधिकारियों को लक्ष्य दिया गया कि बूथ कमिटियां गठित होने के बाद तुरंत मंडल अध्यक्षों के संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया शुरू कर दी जाए। सभी मंडल अध्यक्षों का चयन 15 दिसम्बर तक कर लिया जाए। वहीं 30 दिसम्बर तक सभी जिलाध्यक्षों का चुनाव करा लिए जायेंगे।
भाजपा प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने कहा कि, सर्वग्राही, सर्वस्पर्शी और सर्वव्यापी संगठन बनाने के लिए जरूरी है कि सभी प्रमुख पदाधिकारी प्रवास करें और संगठन चुनाव तक उसी जिले मे निवास करके हर वर्ग को संगठन में जिम्मेदारी देने का प्रयास करें। सदस्यों के लिहाज से विश्व की सबसे बड़ी पार्टी मानी जाने वाली भाजपा ने संगठन स्तर पर कुछ खास फोकस किया है। कार्यकर्ता पर फोकस करते हुये ही संगठन चुनाव आगे बढ़ रहा हैं। बूथ से लेकर जिला स्तर तक भाजपा सर्वसम्मति से चयन को महत्व दे रही है, ताकि कार्यकर्ताओं के बीच दूरदर्शी मैसेज जाए। उन्होंने बताया कि, कार्यकर्ता आधारित संगठन के कारण ही उत्तर प्रदेश में हमने 2 करोड़ 60 लाख सामान्य सदस्यता की है। इसके अलावा 50 सदस्यता करने वाले 2 लाख 5 हजार 789 कार्यकर्ता उत्तर प्रदेश में सक्रिय सदस्य बने हैं जो कि एक रिकार्ड है। आगे भाजपा संगठन पर्व के साथ ही 6 दिसंबर को बाबा साहब डा. भीमराव आंबेडकर निर्वाण दिवस को सभी बूथों पर समता दिवस के रूप में मनायेंगी। 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के जयन्ती को सभी बूथों पर सुशासन दिवस के रूप में मनाया जायेगा। 26 दिसंबर को जिला स्तर पर राष्ट्रीय बाल शहीदी दिवस मनाना है। 15 दिसम्बर तक होगा भाजपा मंडल अध्यक्षों का चयन