भाजपा सरकार हर मोर्चे पर विफल है। उत्तर प्रदेश सरकार का ये फ़रमान अपने आप में प्रदेश में लगातार बढ़ते ख़राब हालातों को बयां कर रहा है कि अगले 6 महीनों तक अनिवार्य सेवा अनुरक्षण क़ानून (ESMA) के तहत हड़ताल पर प्रतिबंध होगा। यादव ने कहा कि सच्चाई ये है कि भाजपा को जोड़-तोड़ और हेराफेरी से सरकार बनाना तो आता है, पर भ्रष्ट आचार-विचार के कारण सरकार चलाना नहीं आता। जो सरकार अपने अधीन लोगों पर ही पाबंदी लगा रही है, इसका तो सीधा मतलब यही हुआ कि वो मान रही है कि कर्मचारियों, अधिकारियों के बीच विरोध और आक्रोश का सुशुप्त ज्वालामुखी कभी भी फट सकता है। हर मोर्चे पर भाजपा सरकार विफल
उन्होंने कहा कि वास्तविकता तो ये है कि उत्तर प्रदेश के ही नहीं, पूरे देश के विभिन्न विभागों और सरकारी व अर्द्धसरकारी संस्थानों और प्रतिष्ठानों में काम करनेवाले लोग, भाजपाई भ्रष्ट नीतियों और भ्रष्टाचार के हिस्से बनने पर मजबूर किये जा रहे हैं, जिससे उनमें असंतोष पनप रहा है, जो कल को हड़ताल बनकर उभरेगा, यही वो डर है जिसकी वजह से ये आदेश पारित हुआ है। सच तो यह है कि भाजपा सरकार अपनी कुनीतियों से ही अर्द्धसरकारी संस्थानों और सरकारी कर्मचारियों में ही नहीं आम जनता में भी आक्रोश पनपा रही है। जनता से जुड़े तमाम संस्थानों को निजी हाथों में सौंपने की साजिशें हो रही है। बिजली जैसे महत्वपूर्ण संस्थान में निजीकरण के माध्यम से संविधान प्रदत्त आरक्षण व्यवस्था को भी समाप्त करने का षडयंत्र हो रहा है। इस सबका मतलब अपने चंद चहेते पूंजीपतियों को औने पौने दाम में राष्ट्रीय संपत्ति को बेचकर कमीशन अपनी जेब में रखना है।अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की सरकार डरी हुई है। सरकार की गलत नीतियों के कारण कर्मचारी, नौजवान, किसान, मजदूर हर वर्ग में असंतोष है। इसे दबाने के लिए भाजपा सत्ता का दुरुपयोग कर रही है। हर मोर्चे पर भाजपा सरकार विफल