
नदियों की नीलामी सनातन परम्परा व निषाद विरोधी। भाजपा कभी भी नहीं हो सकती निषादों, पिछङों, दलितों की हितैषी। नदियों की नीलामी सनातन परम्परा व निषाद विरोधी:लौटनराम निषाद
लखनऊ/अयोध्या। सनातन परम्परा व हिन्दू धर्म में गंगा,सरयू,यमुना आदि को नदी नहीं मां मानकर पूजा अर्चना की जाती है,मन्नते मानी जाती हैं। धर्म के नाम पर नफरत करने व सनातन का ढोल पीटने वाली भाजपा मां गंगा,यमुना,सरयू आदि की मत्स्याखेट व शिकारमाही के लिए नीलामी का शासनादेश जारी कर सनातन का गला घोट रही है। समाजवादी पार्टी पिछड़ावर्ग प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व 276 गोशाईंगंज विधानसभा के प्रभारी चौ.लौटनराम निषाद ने बीकापुर,गोशाईंगंज व अयोध्या विधानसभा क्षेत्र के दर्जनों गाँवों में जनसंपर्क कर भाजपा-आरएसएस की निषाद मछुआरा एवं पीडीए विरोधी नीतियों से लोगों को अवगत कराया।उन्होंने कहा कि जिस भाजपा ने मंडल कमीशन या ओबीसी के 27 प्रतिशत आरक्षण कोटा के विरोध में कमंडल यात्रा निकाला, वह भाजपा पिछङों की हितैषी कैसे हो सकती है?
उन्होंने कहा कि भाजपा सिर्फ चुनावी लाभ व वोट के लियादव,कुर्मी,निषाद,लोधी,कश्यप,बिन्द,बियार,केवट,राजभर,चौहान,प्रजापति,पाल,कुशवाहा,मौर्य,गूजर,विश्वकर्मा,सैनी,माली,नाई,बारी,कोरी,पासी,कोल,कानू,भुर्जी,साहू,तेली,कलवार,बरई ,धरकार आदि को हिन्दू कहती है,सरकार बनाने पर नजरंदाज कर देती है। उन्होंने कहा की भाजपा का हिन्दुत्व धोखा है।अगर पिछड़ी जातियां हिन्दू हैं तो उमा भारती, साध्वी ॠतम्भरा,विनय कटियार,साक्षी महराज आदि को श्रीराम मंदिर तीर्थ स्थल ट्रस्ट का सदस्य क्यों नहीं बनाया गया? तत्कालीन मुख्य सचिव नृपेन्द्र मिश्रा जिसने संघ के इशारे पर मुलायम सिंह यादव सरकार को बदनाम करने के लिए कारसेवकों पर गोली चलवाया, उसी को ट्रस्ट का अध्यक्ष बना दिया।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री जब तक भाजपा के मोहरा व मुखौटा थे,तब राम के परमभक्त व हिन्दू हृदय सम्राट थे और जब भारतीय ओबीसी महासभा व अन्य ओबीसी संगठनों की मांगों के अनुसार मध्यप्रदेश में उत्तर प्रदेश, गुजरात, दिल्ली की तरह ओबीसी को 27% आरक्षण कोटा देने की घोषणा किये तो राम विरोधी व हिन्दू विरोधी हो गये,यह है भाजपा-आरएसएस का असली चेहरा।
निषाद ने कहा कि जो भी निषाद,केवट,मल्लाह, गोङिया,बिन्द,कश्यप मत्स्याखेट व शिकारमाही हेतु गंगा,सरयू,तमसा आदि नदियों का ठेका पट्टा लेगा,उसका निषाद,कश्यप,बिन्द समाज से बहिष्कार किया जायेगा।उन्होंने कहा कि गंगा आदि नदियों से निषाद वंशजों का सनातनी नाता है।वे स्वतंत्र रूप से मछली पकङते रहे हैं,पकङते रहेंगे।मत्स्य मंत्री संजय निषाद ने निजस्वार्थ में नदियों की नीलामी का शासनादेश बनवाया है,जो निषाद मछुआरा विरोधी कृत्य है।भाजपा सरकार द्वारा गंगा,सरपू,घाघरा की नीलामी पूरी तरह सनातन का अपमान है।जिस गंगा,सरयू की मां की तरह पूजा की जाती है,उस मां की नीलामी नहीं होने दिया जायेगा।
समाजवादी पिछड़ावर्ग प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष चौ.लौटनराम निषाद ने कहा कि चुनाव के समय निषाद समाज को रामभक्त व राम का मित्र बताकर वोट हथिया लिया जाता है,सरकार बनते ही नकार दिया जाता है।सपा सरकार ने निषाद समाज को जो अधिकार व सम्मान दिया था,योगी आदित्यनाथ सरकार ने उसे खत्म कर दिया।उन्होंने कहा कि अब तो भाजपा की डबल इंजन की सरकार है,संजय निषाद व ओमप्रकाश राजभर सरकार के साझीदार हैं,आखिर कब मिलेगा 17 अतिपिछङी जातियों को एससी कोटे का आरक्षण और अधिकार?
बीकापुर विधानसभा क्षेत्र के पिपरी जलालपुर, गोसाईगंज विधानसभा क्षेत्र के गौरा गयासपुर,कुम्हिया, रामपुर पुवारी, आलापुर कवटहिया,उनियार,काजीपुर पाकिस्तान,जरही व अयोध्या विधानसभा क्षेत्र के गुप्तार घाट,मिरन घाट, निषाद नगर रेतिया, बेगमगंज गढ़ैया में निषाद जनों से मुलाकात के दौरान कहा कि कहा कि ओमप्रकाश राजभर व संजय निषाद को समाज से नहीं,सिर्फ अपने परिवार की भलाई से मतलब है।कहा कि निषाद पार्टी संजय निषाद एंड फेमिली की प्रा.लि.ठग कम्पनी है।
भीङ निषाद की,चंदा निषाद का और टिकट सामंती,वर्चस्ववादी,एकरंगी सवर्णों को। उन्होंने कहा कि चर्चा में आने के लिए कफनचोर संजय निषाद ने 7 जून 2015 को अखिलेश निषाद की हत्या करा दिया।जनसंपर्क के दौरान विजय बहादुर वर्मा,जगन्नाथ पाल,रामसागर वर्मा,अरूण निषाद पहलवान,राजकुमार निषाद, कृष्णा चौधरी,भगवानदीन निषाद, प्रदीप निषाद, जगदीश यादव,दुष्यंत कुमार निषाद, सुरेंद्र कुमार बागी,रामनरेश यादव, हरीराम वर्मा,जगन्नाथ पाल,बाबूराम गौङ आदि शामिल रहे। नदियों की नीलामी सनातन परम्परा व निषाद विरोधी:लौटनराम निषाद