परिवहन निगम के 76 बस स्टेशनों की बिल्डिंगों की छतों का होगा कामर्शियल इस्तेमाल। लोगों की जेब पर बिना बोझ डाले बढ़ानी होगी परिवहन निगम की आय। अर्थव्यवस्था में उत्तर प्रदेश का द्वितीय स्थान पर आना गर्व की बात। खन्ना परिवहन निगम के बस स्टेशनों की लोकेशन का लाभ लेते हुए निगम की आय बढ़ायी जाय। जेब पर बिना बोझ डाले बढ़ानी होगी परिवहन निगम की आय
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना की अध्यक्षता में परिवहन निगम के सभागार कक्ष में आज समीक्षा बैठक हुई। बैठक में वित्त मंत्री ने कहा कि यूपीएसआरटीसी के बस अड्डों की छतों का कामर्शियल इस्तेमाल जल्द किया जायेगा। उन्होंने कहा कि यूपीएसआरटीसी एक कामर्शियल आर्गेनाइजेशन है। इसकी आय बढ़ाने का हर सम्भव प्रयास करना होगा। इसके लिए पूरे प्रदेश में 76 बस स्टेशनों का चिन्हांकन किया गया है, जिसकी छतों को कामर्शियल प्रयोग हेतु लीज पर परिवहन विभाग देगा। उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी के कुशल निर्देशन एवं मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना है, जो कि उत्तर प्रदेश के लिए गर्व की बात है।
वित्त मंत्री ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री का निर्देश है कि परिवहन निगम के बस अड्डों को ऐसे मॉडल पर तैयार किया जाय, जिससे परिवहन निगम की आय में वृद्धि हो सके। उन्होंने कहा कि यह भी महत्वपूर्ण हो कि लोगों की जेब पर बिना बोझ डाले ही परिवहन निगम की आय को बढ़ाया जा सके। उन्होंने कहा कि परिवहन निगम के बस अड्डों के बिल्डिंगों की पी.डब्ल्यू.डी. विभाग के इंजीनियरों के साथ मिलकर उसका एक व्यापक सर्वेक्षण किया जाय। उसके पश्चात ही आवश्यकतानुसार आधुनिकतम तकनीक का प्रयोग करते हुए कामर्शियल इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जायेगा। इन बिल्डिंगों को कामर्शियल प्रयोग हेतु इन्वेस्टर को बिड के माध्यम से लांग टर्म लीज पर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि बसें और बस अड्डे इस प्रकार होनी चाहिए कि लोग इसके प्रति आकर्षित हो सकें। उन्होंने कहा कि बस अड्डों पर संचालित और बनने वाले टायलेट की स्थिति बेहतर होनी चाहिए। मेट्रो स्टेशन और एयरपोर्ट की तर्ज पर यूपी परिवहन निगम के बस अड्डों को भी विकसित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि परिवहन निगम के अधिकारी जल्द से जल्द एक मास्टर प्लान तैयार कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें, जिससे कि जल्द से जल्द इन बस अड्डों का कामर्शियल प्रयोग किया जा सके। साथ ही उन्होंने परिवहन निगम को लाभप्रद संस्था बनाने के लिए उन सभी आयामों पर विचार करने को कहा, जिससे कि परिवहन निगम की आय बेहतर हो सके।
परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने इस अवसर पर कहा कि परिवहन निगम को आत्मनिर्भर बनाने की जिम्मेदारी हम सबकी है। वित्त मंत्री का पूरा सहयोग परिवहन विभाग को प्राप्त है। इसका लाभ उठाते हुए हमें परिवहन निगम को बेहतर बनाने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि परिवहन निगम के लगभग सभी बस स्टेशनों की लोकेशन शहर के सबसे महत्वपूर्ण जगहों पर है, जिसका लाभ लेते हुए हम परिवहन निगम को मुनाफे में पहुंचा सकते हैं। उन्होंने परिवहन निगम के अधिकारियों को निर्देश दिये कि परिवहन निगम के बस अड्डों से सम्बंधित समस्त वादों का निस्तारण शीघ्र कराएं। परिवहन निगम की छतों का कामर्शियल प्रयोग के अलावा विज्ञापन के लिए हम परिवहन निगम के बस अड्डों का इस्तेमाल कर सकते हैं, इससे भी परिवहन निगम की आय में वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि परिवहन निगम पांच बस अड्डों को पीपीपी मॉडल पर दे चुका है। 18 बस अड्डों को पीपीपी मॉडल पर देने की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है। इस अवसर पर प्रमुख सचिव परिवहन एल0 वेंकटेश्वर लू ने वित्त मंत्री एवं परिवहन मंत्री को आश्वस्त किया कि उनके द्वारा दिये गये निर्देशों का पालन सुनिश्चित किया जायेगा। जल्द से जल्द सभी कार्यों को मूर्तरूप दिया जायेगा।इस अवसर पर परिवहन आयुक्त चन्द्रभूषण सिंह, विशेष सचिव के0पी0 सिंह, प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर,अपर प्रबंध निदेशक प्रणता ऐश्वर्य सहित अन्य विभागीय अधिकारी एवं पी.डब्ल्यू.डी. विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे। जेब पर बिना बोझ डाले बढ़ानी होगी परिवहन निगम की आय