पत्रकारों की छवि तराशने का एक प्रयास-आईना गुरुकुल

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पत्रकारों की छवि तराशने का एक प्रयास-आईना गुरुकुल
पत्रकारों की छवि तराशने का एक प्रयास-आईना गुरुकुल

पत्रकारों की छवि को निखारने/तराशने का एक प्रयास। आईना द्वारा शब्दों की जादूगरी और अल्फाजों की बाजीगरी का गुरुकुल शिविर। आज हमारे बीच में आचार्य/गुरु बहुत कम हैं, लेकिन आईना सौभाग्यशाली हैं। पत्रकारों की छवि तराशने का एक प्रयास-आईना गुरुकुल

डॉ. मोहम्मद कामरान

ऑल इंडिया न्यूज़ पेपर एसोसिएशन, आईना द्वारा पत्रकारिता को ग्लैमर समझकर हाथ मे डण्डानुमा माइक या मोबाइल लाइव से खुद को पत्रकार दिखा कर गुमराह होती युवा पीढ़ी को सही दिशा, दशा, जागरूकता और प्रशिक्षण देने के लिए आईना गुरुकुल शिविर का आयोजन किया जाएगा।आईना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय वर्मा ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि आज हमारे बीच में आचार्य/गुरु बहुत कम हैं, लेकिन आईना सौभाग्यशाली हैं कि मीडिया क्षेत्र के ऐसे पुरोधा आईना के साथ हैं जिन्होंने आजादी के बाद पत्रकारिता का न सिर्फ एक स्वर्णिम काल देखा है बल्कि अपनी कलम से खबरों को सजाया और जगमगाया भी है।


कलमकार प्रदेश अध्यक्ष परमजीत सिंह ने कहा मौजूदा परिवेश में बदलती पत्रकारिता को देखते हुए जो लोग प्राचीन काल से चली आ रही गुरुकुल की परंपरा को नज़रंदाज़ कर सिर्फ व्हाट्सएप ग्रुप या गूगल से ज्ञान ले रहे हैं, वह बड़ी चिंता का विषय है। नई पीढ़ी के ऐसे कलमकार साथी जिन्हें नेताओं और अधिकारियों के साथ सोशल मीडिया पर तस्वीरें वायरल करना पत्रकारिता लगता है या किसी सम्मान समारोह में सम्मान मिल जाना बड़ी बात दिखता है, उनको गुमराही के अंधकार से निकालने के साथ साथ समाज को आईना दिखाती पत्रकारिता को बचाने हेतु आईना द्वारा सतत प्रयास किया जायेगा।

पत्रकारों की छवि तराशने का एक प्रयास-आईना गुरुकुल


आईना द्वारा डिजिटल युग की नई पीढ़ी को गुरुकुल परंपरा का महत्व बताने के साथ साथ प्रशिक्षण शिविर का आयोजन कर अपने अग्रजों से ज्ञान रूपी धरोहर, संस्मरणों का एक नया अध्याय सिखाया जाएगा वरना मात्र फोटोबाजी, फूलबाज़ी और व्हाट्सएप, गूगल से मिले अधकचरे ज्ञान को दुनिया के सामने रखकर ये नई पीढ़ी के पत्रकार जगहंसाई का पात्र बनकर रह जाएंगे और उनके ही साथी व्यंग्यात्मक लेखों में कभी गुलदस्ता पत्रकार तो कभी फोटोबाज़ पत्रकार कहकर पूरी मीडिया की छवि ख़राब करने की कोशिश करेंगे। सही दिशा दिखाने की पहल न करके हंसी का पात्र बनाने से अपने भी नही चूकेंगे, जबकि हमारी नई पीढ़ी के होनहार, बिरवान, ऊर्जावान डिजिटल युग के पत्रकारों की शख्सियत को सिर्फ तराशने और सही दिशा देने की जरूरत है फिर यही लोकतंत्र का सशक्त स्तंभ बनकर उभरेंगे।


इसी सोच को धरातल पर लाने के लिए आईना द्वारा प्राचीन काल।से चली आ रही गुरुकुल की परंपरा का मीडिया क्षेत्र में निर्वाहन किया जाएगा और प्रथम प्रशिक्षण शिविर मे डिजिटल इंडिया के युवाओं को प्रशिक्षण देने का काम आईना गुरुकुल में होगा। सर्वप्रथम उनको प्रशिक्षण दिया जाना जरूरी है जिन्होंने हाथों में माइकनुमा डंडा तो पकड़ लिया है लेकिन उसको पकड़ने का अंदाज नही मालूम, लोगों से बातचीत करने का तरीका, कैमरे और खबरों को केंद्रित करने का सही अंदाज़ सिखाने के लिए मीडिया क्षेत्र के बड़े गुरु के साथ प्रथम प्रशिक्षण आईना गुरुकुल शिविर में प्रारंभ किया जाएगा। माइक हाथ मे हो और कैमरा सामने लेकिन शब्दों की जादूगरी और अल्फाजों की बाजीगरी न हो तो पत्रकारिता में वज़न नही दिखता इसलिए आईना गुरुकुल में 50 साल के पत्रकारिता क्षेत्र के अनुभव के गुरुओं के ज्ञान की धारा बहेगी, जो इस ज्ञान के सागर में समाहित होना चाहे अपना पंजीकरण करा सकते है।


आईना गुरुकुल में मीडिया क्षेत्र में कार्यरत या किसी संस्थान से मीडिया क्षेत्र की शिक्षा ग्रहण कर रहे सुधिजनो का स्वागत है। आईना अपने सीमित संसाधनों चलते मात्र 30 लोगों के इस प्रथम मीडिया गुरुकुल शिविर का शुभारंभ करने जा रहा है, जिसमें इच्छुकगण अपना अपना पंजीकरण करा सकते हैं। इस अवसर पर आईना के राष्ट्रीय संयोजक संरक्षक मनोज मिश्रा वरिष्ठ पत्रकार नीरज श्रीवास्तव श्रीधर अग्निहोत्री अजय श्रीवास्तव राजवीर सिंह नादिर वहाब,आलोक त्रिपाठी फूड मैन के नाम से चर्चित मीडिया मैन विशाल सिंह, डाक्टर सुल्तान शाकिर हाशमी सुशील दुबे, चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डाक्टर आदर्श त्रिपाठी ने अपने-अपने विचारों से पत्रकारों का मार्गदर्शन किया। आईना के राष्ट्रीय और प्रदेश की टीम ने महासचिव अरुण मिश्रा के नेतृत्व में सभी आए हुए गणमान्य अतिथियों एवं वरिष्ठ पत्रकार बंधुओ का दिल से स्वागत एवं आभार प्रकट किया। पत्रकारों की छवि तराशने का एक प्रयास-आईना गुरुकुल