पूरब से पश्चिम तक भाजपा का होगा सफाया-अखिलेश यादव

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    समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज गोंडा में पूर्व मंत्री स्व0 पंडित सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया। श्री यादव के साथ पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव भी मौजूद रहे। इस अवसर पर सपा अध्यक्ष ने अमर स्मृति कोष का विमोचन किया। दोनों नेताओं ने पंडित सिंह जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। स्व0 पंडित सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वे गोण्डा के लोकप्रिय जन नेता थे। स्व0 पण्डित सिंह ने गोण्डा और आसपास के क्षेत्रों में पार्टी को मजबूत किया। उनके असमय चले जाने से समाजवादियों ने अपना भरोसेमंद साथी खो दिया है।अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने 5 साल तक कोई काम नहीं किया। समाजवादी सरकार के कार्यों का ही शिलान्यास और उद्घाटन किया। अब सरकार के आखिरी समय में शिलान्यास का दिखावा कर रही है।


    भाजपा सरकार ने कोरोना काल में किसी की मदद नहीं की। बड़ी संख्या में लोग ऑक्सीजन की कमी से मौत के मुंह में चले गए। यह सरकार दवा और बेड का इंतजाम नहीं कर पाई।समाजवादी सरकार बनने पर गोण्डा में मेडिकल कॉलेज बनाएंगे जहां गरीबों का मुफ्त इलाज होगा, किसानों की बिजली माफ होगी। घरेलू बिजली 300 यूनिट तक फ्री दी जाएगी। आंदोलन में मृत किसानों के परिवारों को 25-25 लाख रुपये की मदद की जाएगी। कोरोना काल में बड़ी संख्या में लोगों की नौकरियां छीनी गई। दूसरे प्रदेशों से हमारे मजदूरों को पैदल चलकर आना पड़ा। भाजपा सरकार ने कोई मदद नहीं की। कई मजदूरों की रास्ते में मौत हो गई। संकट में उनके साथ समाजवादी लोग खड़े हुए और मजदूरों के परिजनों की मदद की।

अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी सरकार ने हर स्तर पर लापरवाही की। सरकार ने कोरोना से मरने वालों की संख्या को भी छिपाने का काम किया। लोगों को अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी तक नहीं मिल पाई। आज प्रदेश की जनता किसान, नौजवान और गरीब महंगाई, बेरोजगारी से परेशान है। भाजपा सरकार झूठे विज्ञापन जारी कर जनता की गाढ़ी कमाई बर्बाद कर रही है। प्रदेश की जनता चुनाव का इंतजार कर रही है। इस बार पूरब से पश्चिम तक भाजपा का सफाया होगा। समाजवादी सरकार में लोगों को न्याय मिलेगा। एनसीआरबी का डाटा कहता है कि भाजपा सरकार में ज्यादा दंगे हुए। ज्यादा अपराध हुए। बच्चियों के साथ ज्यादा घटनाएं हुई। भाजपा सरकार के पास महंगाई, बेरोजगारी का कोई जवाब नहीं हैं। बड़े-बड़े इन्वेस्टर मीट हुए लेकिन बताइए क्या गोण्डा, फैजाबाद से लेकर आसपास कोई कारखाना लगा, कोई रोजगार आया?

अखिलेश यादव छोटे दलों के साथ मोर्चा बना कर भाजपा से लोहा लेने जा रहे हैं। विभिन्न दलों के साथ उनका गठबंधन धीरे-धीरे आकार ले रहा है। अलग-अलग इलाकों में क्षेत्रीय ताकतों को इस तरह जोड़ जा रहा है ताकि जातीय समीकरण सपा के वोट बैंक को बढ़ाने में मदद करें। अखिलेश की कोशिश इस बार 10-15 प्रतिशत वोटो के छलांग लगाने की है।सपा कि इस मुहिम में रालोद,सुभासपा,जनवादी पार्टी,प्रसपा,एनसीपी,महान दल,तृणमूल कांग्रेस सपा के हमसफर बन रहे हैं।

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में रालोद संग जमीन बनाने की कोशिश है।पश्चिम उत्तर प्रदेश की जाट बेल्ट में प्रभावी माने जाने वाली रालोद पहले से ही सपा के साथ है। यहां किसान आंदोलन से जुड़े लोगों का भी गैर भाजपा दलों खासतौर पर सपा को समर्थन है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एमवाई के फार्मूले के साथ रालोद को साथ लेकर किसानों को जोड़ने की कोशिश है।

पूर्वांचल को साधने के लिए ओमप्रकाश राजभर का साथ खुल कर मिलरहा है। पिछले चुनाव में भाजपा का एक सहयोगी दल अब सपा के साथ आने जा रहा है। सपा को भरोसा है कि सुभासपा के आने से पूर्वांचल के कुछ हिस्सों में राजभर व अन्य ओबीसी वर्ग उनके साथ आ सकता है।

महान दल व जनवादी पार्टी ने सपा के समर्थन में विजय यात्राएं निकाली हैं।पश्चिमी उत्तर प्रदेश के संभल, कासगंज, बदायूं, व पूर्वांचल के प्रयागराज, कुशीनगर व मिर्जापुर आदि क्षेत्रों में असर रखने वाले महान दल सपा का साझेदार है। महान दल ने हाल में सपा के समर्थन में प्रदेश भर में रैली निकाली है। इसी तरह जनवादी पार्टी सोशलिस्ट भी सपा को जिताने की अपील के साथ प्रदेश में जनक्रांति यात्रा निकाल चुकी है। पूर्वांचल के मऊ, गाजीपुर, महाराजगंज, चंदौली में चौहान समाज (नोनिया बिरादरी)का कई प्रभाव माना जाता है।


भाजपा सरकार में डीजल-पेट्रोल, खाद-बीज, कीटनाशक, कृषि यंत्र सभी महंगे हो गये है। लोगों की कमाई आधी हो गई और महंगाई दोगुनी हो गई। आने वाले समय में गरीब, किसान, किसान, मजदूर सभी वर्ग मिलकर भाजपा सरकार को हटाने का काम करेंगे। इससे झूठी सरकार जनता ने कभी नहीं देखी।अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार ने लैपटॉप बांटे थे, भाजपा सरकार में नहीं बंटे यही फर्क है। समाजवादी सरकार में नौकरी मिलती थी भाजपा सरकार में नौकरी मांगने पर लाठियां मिलती है, फर्क साफ है। भाजपा सरकार समाजवादियों से घबरा गई हैं।