
बसंती बयार में महकते हो तुम,खेत-खलिहान में लहराते हो तुम।
शहर के चौक-चौराहों पर हो तुम, अजर अमर अटल बिहारी हो तुम।
बच्चों की किलकारी में हो तुम, युवाओं के गर्मजोश में हो तुम।
बुजुर्गों के लंबे अनुभव में हो तुम,अजर अमर अटल बिहारी हो तुम।
गांव की गलियों-गलियारों में हो तुम, नदी झरने की कल-कल में हो तुम।
हिन्दुस्तान के कण-कण में हो तुम, अजर अमर अटल बिहारी हो तुम।
भारतीय राजनीति के आधार हो तुम, विकास कल्याण के मानक हो तुम।
विदेश में भारत की पहचान हो तुम, अजर अमर अटल बिहारी हो तुम।
भारतीय एकता के सूत्रधार हो तुम, देश की अखंडता के पहरेदार हो तुम।
माँ भारती के वीर सपूत हो तुम, अजर अमर अटल बिहारी हो तुम।
भारत रत्न की शोभा बढ़ाते हो तुम, राजनेताओं का यशोगान हो तुम।
हम भारतीयों के प्रेरणास्रोत हो तुम, अजर अमर अटल बिहारी हो तुम। अजर अमर अटल बिहारी हो तुम

























