मेरठ के कायाकल्प को तैयार ‘इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट प्लान’

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मेरठ के कायाकल्प को तैयार ‘इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट प्लान’
मेरठ के कायाकल्प को तैयार ‘इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट प्लान’

मेरठ के कायाकल्प को तैयार ‘इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट प्लान’, 15 हजार करोड़ की 93 परियोजनाओं से स्मार्ट सिटी की दिशा में बढ़े कदम


लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ के इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट प्लान की समीक्षा करते हुए शहर के समग्र विकास को गति देने के निर्देश दिए हैं। करीब 15 हजार करोड़ रुपये की लागत से प्रस्तावित 93 परियोजनाओं के माध्यम से मेरठ को स्मार्ट, स्वच्छ और सस्टेनेबल शहर के रूप में विकसित करने की कार्ययोजना तैयार की गई है। इन परियोजनाओं में सार्वजनिक स्थलों का सौंदर्यीकरण, वॉक-फ्रेंडली व्यवस्था, निर्बाध यातायात, पर्यावरणीय एवं सामाजिक सुविधाएं, औद्योगिक एवं आवासीय ढांचे का विकास और ऐतिहासिक विरासत का संरक्षण शामिल है।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि मेरठ की ऐतिहासिक और औद्योगिक पहचान को बनाए रखते हुए इसे खेल, शिक्षा, संस्कृति और व्यापार का प्रेरणादायी मॉडल बनाया जाए। उन्होंने स्मार्ट रोड, डिजिटल होर्डिंग, सीसीटीवी निगरानी, इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहन और डोर-टू-डोर कूड़ा संग्रहण जैसे प्रयासों को प्राथमिकता देने की बात कही। ‘सीएम ग्रिड मेरठ’ योजना के तहत प्रमुख सड़कों को स्मार्ट रोड में बदला जाएगा, जिनमें भूमिगत यूटिलिटी डक्ट, एलईडी लाइटिंग और सुगम यातायात व्यवस्था होगी।

जनसंख्या आंकड़ों के अनुसार, 2021 में मेरठ की आबादी लगभग 23 लाख थी, जो 2041 तक बढ़कर 33.52 लाख होने का अनुमान है। प्रति व्यक्ति आय में उल्लेखनीय वृद्धि की संभावना को देखते हुए आधारभूत ढांचे को सुदृढ़ करना अनिवार्य है।मुख्यमंत्री ने पारंपरिक आभूषण उद्योग को संगठित कर मेरठ को ज्वेलरी हब के रूप में विकसित करने की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने जनभागीदारी, पारदर्शिता और समयबद्धता को सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा कि मेरठ को प्रदेश के अन्य शहरों के लिए एक आदर्श मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया जाए। मेरठ के कायाकल्प को तैयार ‘इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट प्लान’