मुख्यमंत्री ने ‘प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार-2021’से सम्मानित प्रदेश के 05 विजेताओं से भेंट की।प्रत्येक विजेता को 51,000 रु0 का चेक व टैबलेट देकर सम्मानित किया।पुरस्कार विजेताओं ने अलग-अलग क्षेत्रों में अपनी प्रतिभाका प्रदर्शन किया, जिससे पूरा प्रदेश गौरवान्वित।प्रत्येक व्यक्ति में एक प्रतिभा होती है, आवश्यकता है उस प्रतिभा को पहचानने की और उसे मंच प्रदान करने की।भारतीय संस्कृति कहती है कि कोई भी अयोग्य नहीं है, आवश्यकता है एक योग्य योजक की, जो व्यक्ति को समाजोपयोगी बना सके।सफलता-असफलता की चिन्ता किये बिना ईमानदारी से प्रयासकरना चाहिए, जो व्यक्ति ऐसा प्रयास करता है, उसे सफलता प्राप्त होती है और वह समाज के लिए अनुकरणीय बन जाता है।
लखनऊ – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार-2021’ से सम्मानित प्रदेश के 05 विजेताओं से आज यहां अपने सरकारी आवास पर भेंट की। मुख्यमंत्री जी ने प्रत्येक विजेता को 51,000 रुपये का चेक व टैबलेट देकर सम्मानित किया। उन्होंने राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेताओं से संवाद किया तथा बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
मुख्यमंत्री योगी ने ‘प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार’ प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आप सभी ने अलग-अलग क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है, जिससे पूरा प्रदेश गौरवान्वित है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति में एक प्रतिभा होती है। आवश्यकता है उस प्रतिभा को पहचानने की और उसे मंच प्रदान करने की। भारतीय संस्कृति कहती है कि कोई भी अयोग्य नहीं है। आवश्यकता है एक योग्य योजक की, जो व्यक्ति को समाजोपयोगी बना सके।
योगी ने कहा कि गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है कि प्रत्येक व्यक्ति को निष्काम भाव से कर्म करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को जीवन में एक अवसर मिलता है, जो उसके जीवन का टर्निंग प्वाइंट होता है। अगर इस क्षण सकारात्मक निर्णय लिया जाए तो महानता के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। सफलता-असफलता की चिन्ता किये बिना ईमानदारी से प्रयास करना चाहिए। जो व्यक्ति ऐसे प्रयास करता है, उसे सफलता प्राप्त होती है और वह समाज के लिए अनुकरणीय भी बन जाता है।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव सूचना एवं एम0एस0एम0ई0 नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। जनपद लखनऊ के श्री व्योम आहूजा को कला एवं संस्कृति में, जनपद बाराबंकी के श्री कुंवर दिव्यांश सिंह को बहादुरी के लिए, जनपद गौतमबुद्धनगर के श्री चिराग भंसाली को इनोवेशन के लिए, जनपद अलीगढ़ के श्री मोहम्मद शादाब को शैक्षणिक क्षेत्र के लिए तथा जनपद प्रयागराज के श्री मोहम्मद राफे को खेल के क्षेत्र में इस वर्ष ‘प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया है।
जनपद लखनऊ के व्योम आहूजा ने 09 से अधिक वाद्ययंत्रों को बजाने में सिद्धता हासिल की है। वह इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में 28 राष्ट्रीय रिकॉर्ड दर्ज करा चुके हैं। व्योम ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनकी इच्छा वेद-उपनिषदों में निहित विज्ञान के गहन अध्ययन की है। श्री व्योम ने मुख्यमंत्री जी के सामने ‘तेरी मिट्टी में मिल जावां’ गीत पर बांसुरी वादन भी किया। उन्हें कला-संस्कृति के क्षेत्र में इस वर्ष ‘प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार’ दिया गया है।
जनपद बाराबंकी के कुंवर दिव्यांश सिंह ने मुख्यमंत्री को बताया कि इस वर्ष उन्हें बहादुरी के लिए पुरस्कृत किया गया है। उल्लेखनीय है कि श्री दिव्यांश को पूर्व में रानी लक्ष्मीबाई वीरता पुरस्कार-2018, राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार-2018, जीवन रक्षा पदक-2019 जैसे कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।
जनपद गौतमबुद्धनगर के चिराग भंसाली ने मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया कि उन्होंने नेशनल मैथमैटिक्स ओलंपियाड में लगातार तीन बार स्वर्ण पदक जीता है। लॉकडाउन के दौरान उन्होंने एक स्वदेशी वेबसाइट भी डेवलप की, जो विदेशी एप्स के देशी विकल्पों के निर्माण और प्रचार-प्रसार पर केंद्रित है।
जनपद अलीगढ़ के मोहम्मद शादाब ने मुख्यमंत्री जी को बताया कि वह वैश्विक पटल पर भारत को नई पहचान दिलाने के इच्छुक हैं। शादाब ने बताया कि उन्होंने यू0एस0 के डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट से 28,000 अमरीकी डॉलर की छात्रवृत्ति जीती है।
जनपद प्रयागराज के मोहम्मद राफे ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि वह खेल गांव पब्लिक स्कूल के 12वीं के छात्र हैं। जिम्नास्ट के तौर पर खेलो इंडिया यूथ गेम्स में तीन बार गोल्ड मेडल मिल चुका है। राफे ने वर्ष 2019 में मंगोलिया में आयोजित जूनियर एशियन गेम्स में भारत का प्रतिनिधित्व किया। इसमें उन्होंने देश को कांस्य पदक दिलाया। वर्तमान में भारतीय सेना के मार्गदर्शन में पुणे स्थित कैंप में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे राफे ने मुख्यमंत्री को यह भी बताया कि वह ओलंपिक की तैयारी कर रहे हैं। उनकी इच्छा है कि वह ओलम्पिक में गोल्ड मेडल लाकर देश का नाम रोशन करें।