अमन अग्रवाल
लखनऊ, नगर निगम के सफाई के दावे हुए फुस्स,लगातार शिकायतों के बाद भी नही उठता है कूड़ा। गंदगी और बदबू से क्षेत्रीय लोगों का हाल बेहाल। 10 -12 दिन लग जाते है कूड़ा उठवाने में, तब तक लग जाता है कूड़े का अंबार। लगातार चल रहे सफाई अभियान के चलते भी नगर निगम को हमेशा चैतन्य करने की होती है ज़रूरत।
आज़ाद नगर चौकी के पीछे का है ये आज ही का दृश्य। क्षेत्रीय पार्षद का दर्द – लगातार नगर निगम के अधिकारियों और कर्मियों को अवगत कराने के बाद भी नही होती है कोई त्वरित कार्यवाही।
ईको ग्रीन नही निभा रहा अपने कार्य की ज़िम्मेदारी–
पार्षद का आरोप- अगर क्षेत्र में बढ़ी बीमारियां तो ज़िम्मेदार होगा नगर निगम और ईको ग्रीन।
पार्षद के मुताबिक सफाई इंस्पेक्टर मीरा राव का होता है कहना कि न उन्होंने कूड़ा डलवाया,न ही उनकी उठवाने की है ज़िम्मेदारी। नगर निगम सफाई कर्मचारियों की लापरवाही से क्षेत्र में बढ़ सकती हैं बीमारियां। नगर निगम के ज़ोन 5 अंतर्गत गीतापल्ली वार्ड नंo 60 का मामला।