अयोध्या, उ0प्र0 सरकार पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री एवं जनपद के प्रभारी मंत्री डा0 नीलकण्ठ तिवारी द्वारा स्थानीय सरकिट हाउस सभाकक्ष में जनपदीय विकास कार्यो की समीक्षा की गई। इस बैठक के पूर्व मण्डलायुक्त एमपी अग्रवाल, आईजी संजीव गुप्ता, जिलाधिकारी अनुज कुमार झा, डीआईजी/एसएसपी दीपक कुमार सहित जनपद के मुख्य विकास अधिकारी प्रथमेश कुमार, नगर आयुक्त श्री विशाल सिंह एवं जनपद के अन्य प्रमुख अधिकारी द्वारा मंत्री जी का स्वागत किया गया। प्रभारी मंत्री द्वारा अगले चरण में सभाकक्ष में विकास कार्यो की समीक्षा प्रारम्भ की गई जिसमें बिन्दुवार विवरण जिलाधिकारी ने प्रस्तुत किया तथा बताया कि कोविड-19 के प्रभाव आने के बाद समयबद्ध ढंग से जागरूकता उत्पन्न करने के साथ प्रभावी कार्यवाही की गई। इस पर प्रभारी मंत्री ने जिला प्रशासन के अच्छे कार्य करने की सराहना की तथा मुख्य विकास अधिकारी से कहा कि आइवर मैक्टीन दवा एवं आवश्यक दवाओ की किट मानक के अनुसार वितरित करे तथा आवश्यकतानुसार इसकी मांग करे और इसको उपयोग में लाए।
प्रभारी मंत्री ने अगले चरण में अयोध्या को विश्व पटल पर विकसित करने हेतु कार्ययोजना बनाई जाये इसमें संबंधित विभाग के अधिकारियो को निर्देश दिया कि इसकी नियमित समीक्षा मण्डलायुक्त एवं जिलाधिकारी के साथ संबंधित विभाग के अधिकारी के साथ कराये। समीक्षा बैठक साप्ताहिक, पाक्षिक एवं मासिक हो। प्रभारी मंत्री ने यह भी कहा कि जो भी निर्माण कार्य हो चाहे सड़क या भवन निर्माण हो या घाटो का सौन्र्दीयकरण हो पूर्ण गुणवत्ता के साथ हो तथा जो 20 से 25 वर्षो तक चलने वाला हो ये न हो कि निर्माण के साल दो साल बाद खराब हो जाये। इसके लिए विभागीय अधिकारी एवं कार्यदायी संस्था दोनो जिम्मेदार होंगे तथा मंत्री जी द्वारा 50 लाख रूपये से अधिक लागत के निर्माण कार्यो जिसमें राजकीय निर्माण निगम, राजकीय सेतु निगम, लोक निर्माण विभाग, जल निगम, आवास विकास परिषद, नगर निगम, विकास प्रधिकरण आदि के कार्यो की बिन्दुवार समीक्षा की गई तथा इसको निर्धारित समय सीमा के अन्दर गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिये गये।
मंत्री ने विकास प्रधिकरण उपाध्यक्ष विशाल सिंह एवं महानिदेशक पर्यटन एनजी रवि कुमार को निर्देश दिया कि अपने-अपने विभाग के लिए जिला प्रशासन के सहयोग से अतिरिक्त 500-600 एकड़ जमीनो का चिन्हाकन किया जाये जिससे कि भविष्य में सरकारी होटल या गैर सरकारी संस्थाओ द्वारा स्थापित किये जाने वाले होटलो तथा अन्य प्रदेश के राज्य सरकारो के मांग के अनुरूप भूमि का व्यवस्था किया जा सके जिससे कि अयोध्या के सर्वागीण विकास में मदद मिल सके। प्रभारी मंत्री ने अयोध्या हवाई अड्डा, अयोध्या बस स्टेशन आदि से सम्बन्धित कार्यो की समीक्षा किया तथा कहा कि जो भी बाधाएं है जिला प्रशासन जल्द से जल्द दूर करे तथा इसमें शासन स्तर पर कोई आवश्यकता हो तो बताये तो उसको भी मा0 मुख्यमंत्री जी से विचार विमर्श कर दूर किया जायेगा क्योकि अयोध्या का विकास केन्द्रीय एवं राज्य सरकार के सर्वोच्य प्राथमिकताओ में एक है।
अयोध्या के पवित्र कुण्डो के विकास की चर्चा की गई। प्रमुख 208 स्थलो के विकास आदि के लिए संबंधित विभाग के अधिकरियो को मण्डलायुक्त एवं जिलाधिकारी के साथ आवश्यक बैठक कर डी0पी0आर0 बनाने हेतु निर्देश दिया गया तथा यह भी कहा गया कि प्रमुख निर्माण कार्यो जैसे पार्को आदि के विकास हेतु डी0पी0आर0 बनाते समय कार्यदायी संस्था के रूप में अयोध्या विकास प्रधिकरण को नामित किया जाए जिससे भविष्य में उसके रख-रखाव करने में कोई दिक्कत न हो। प्रभारी मंत्री द्वारा अगले चरण में धर्मार्थ कार्य विभाग, जल निगम, नगर निगम, पर्यटन विगाग, संस्कृति विभाग आदि विभागो द्वारा चल रहे श्री रामजन्म भूमि मंदिर अयोध्या धाम के आस-पास के विकास कार्यो की समीक्षा की गई जिसमें अन्र्तराष्ट्रीय रामलीला केन्द्र, राम की पैड़ी का अविरल जलप्रवाह, शहर स्ट्रीट लाइट, पोल, सोलर लाइटिंग, राम कथा गैलरी, पेयजल योजना, क्वीन हो पार्क अयोध्या, सीवेरेज योजना आदि प्रमुख है के कार्यो को भी यथाशीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिये गये।
विगत वर्षो से नये घाट पर रामलीला संकुल का निर्माण हो रहा है इसकी लागत लगभग 05 करोड़ थी जिसकी सम्पूर्ण धनराशि जल निगम के निर्माण इकाई सी0 एण्ड डी0एस0 को दिया गया था इसका अभी कार्य पूर्ण नही हुआ तथा इससे जुड़े हुए कतिपय संस्था/व्यक्तियो द्वारा एक करोड़ बीस लाख के आस-पास की धनराशि गड़बड़ी की गई है इस पर पूर्व में निर्माण इकाई सी0 एण्ड डी0एस0 द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराई गई है परन्तु उस पर अभी तक कोई कार्यवाही नही की गई जिस पर प्रभारी मंत्री ने असंतोष व्यक्त किया तथा इस बैठक में उपस्थित संस्कृति के संयुक्त निदेशक वाई0पी0 सिंह को पूरे विवरण के साथ शीघ्र पत्रावली विभाग को एवं पुलिस महानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को विवरण उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया जिससे कि जिम्मेदारी निर्धारित करते हुए आवश्यक कार्यवाही किया जा सके तथा कार्य को भी पूरा कराया जा सके।
मोहबरा बाईपास के फोरलेन का प्रस्ताव बनाने हेतु लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियन्ता प्रान्तीय खण्ड को निर्देश दिया गया तथा मण्डलायुक्त श्री एमपी अग्रवाल ने कहा कि निर्माण कार्यो एवं विस्तार कार्यो से संबंधित कोई भी प्रस्ताव जिलाधिकारी एवं मण्डलायुक्त कार्यालय से विस्तृत चर्चा के बाद ही डी0पी0आर0 बनाकर शासन को भेजा जाए।
प्रभारी मंत्री ने उपस्थित अधिकारियो को सम्बोधित करते हुए कहा कि आगामी माहो में अनेक त्यौहार आने है जिसमें कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए अधिकारी, जिलाधिकारी एवं मण्डलायुक्त के साथ आवश्यक बैठक कर ले जिसमें दीपोत्सव आदि के कार्यक्रम भी शामिल है इसकी एक सप्ताह में कोविड को देखते हुए रिपार्टे बनाई जाए। जिस पर शासन में परिचर्चा के बाद मुख्यमंत्री जी के संज्ञान में लाते हुए अन्तिम निर्णय समय से लिया जा सके तथा किसी भी कार्य में गुणवत्ता के साथ समझौता न हो तथा टीम भावना से अधिकारी कार्य करे कोई समस्या हो तो हमे भी बताये जिससे कि उसका समय से निस्तारण हो सके। इस बैठक में सम्बन्धित विभाग के अधिकारी एवं कार्यदायी संस्था के प्रमुख उपस्थित थे। प्रभारी मंत्री जी द्वारा बैठक के बाद अयोध्या का भ्रमण के साथ विकास कार्यो का अवलोकन किया गया तथा भगवान रामलला का दर्शन किया गया।